व्यंग
माया को
मिला मुद्दा
अशोक बंसल
जंगल दक्षिण अफ्रीका के हों या सुंदरवन के ,सभी जगह के जानवरों को भनक लग गई कि उ.प्र. में विधान सभा
के चुनावों की तैयारी चल रही हैं और चुनाव
आयोग ने आचार संहिता की रक्षा के नाम पर हाथियों की मूर्तियों को बड़ी बेदर्दी से कपड़ों
और त्रिपालों में लपेट दिया है l जंगल के जानवर
इंसानों के जंगलीपन से पहले से दुखी थे
l ऊपर से बैठे -ठाले कलेजे में खंजर और खोंप
दिया l बैठक बुलाने की नीयत से गगन भेदी आवाजें निकाल कर जानवरों ने इंसानों की इस नई करतूत की खबर दूर दूर तक फैला दी l चड्डी पहनने वाले जंगल के मसीहा मोगली को जैसे ही
यह खबर लगी वह पेड़ दर पेड़ कूदता -फांदता
सभा स्थल पर आ पहुंचा l मोगली के कपोलों
पर आंसू की बूंदें लुढ़क रही थीं ,कुछ खूंखार जानवर अपने नथुने फडफडा कर नेताओं के खून पीने को मानो मचल रहे थे l अमन चैन के पुजारी ये जानवर इंसानों की हैवानियत
की शिकायत किससे करें l
आजादी के ६४ सालों में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि
पार्कों में चुपचाप खड़े हाथियों पर मोटे मोटे
तिरपालों को डाला गया हो l जानवरों को इंसानों की हाथी विरोधी मुहिम के पीछे घटिया
राजनीति की दुर्गन्ध लग रही थी l बैठक में मौजूद शेर ,तेंदुए और भालू जैसे जानवर भयानक
चहरे बनाकर और हवा में अपने पंजे लहरा कर ढके हुए हाथियों की मुक्ति के लिए शहर कूच
करने का सुझाव देने लगे l लोमड़ी ,चूहा जेसे जानवर नहीं चाहते थे कि शातिर नेताओं से भरे
प्रदेश में हाथी मुक्ति अभियान छेड़ा जाय l
आखिर में मोगली का सुझाव सबको पसंद आया कि हाथिओं
की रहनुमा मायावती को जंगल बुलाकर अपने दुःख दर्द में साझी बनाया जाय l शहर के संपर्क
में रहने वाले एक बन्दर ने सचेत किया कि ओहदे वाले नेताओं के पास
खाली हाथ जाना असभ्यता है l इतना सुनते ही जानवरों ने जंगल में पेड़ों पर लगी मीठे मीठे फलों की वेशकीमती संपदा
इकठ्ठी की और प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती
के पास पहुंचा दी l
माया अपने उड़न खटोले में पलक झांपते पहुँच गयीं
l मोगली माया के पास मंच पर बैठा l चहरे पर तनाव पर वाणी में भावुकता बटोरकर माया ने
कहा '' मैं हाथी के दम पर जिन्दा हूँ और हाथी के दम पर मरूंगी
l मेरे हाथी पर राहुल बाबा के कहने पर पर्दा गिराया गया है l इससे पूरे जंगल का अपमान
हुआ
है l आप
चिंता न करें l मुझे इस चुनाव में मुद्दा मिल
गया है l चुनावी सभाओं में मैं विरोधिओं
की बखिया उधेड़ दूंगीं l '' माया ने वायदा किया
कि ''यदि नतीजे पिछले चुनाव जैसे रहे तो हर
जिले में हाथी गेट होंगे ,चुनाव जीतने पर पार्कों
में विजय दिवस मनाये जायेंगे जिसमें जंगल का हर जानवर मौजूद होगा
''
माया की तकरीर पर जानवरों के कालेजों में ठंडक पड़ी
l हाथियों ने सूंड उठाकर ऐसी जोरदार चिंघाड़ लगाई कि माया को विजयश्री नतीजे आने से पहले दिखाई देने
लगी l
---------------------------------------अशोक बंसल
९८३७३१९९६९
No comments:
Post a Comment