व्यंग
....और रंग चोखा आये
अशोक बंसल
'हर्र लगे न फिटकरी और रंग चौखा आये ' यानि आपके पास एक अदद एन.जी ओ.होनी चाहिए . यदि आप असरदार और मालदार बनना चाहते हैं तो झटपट एक एन.जी ओ. पंजीकृत करा कर समाजसेवा के क्षेत्र में कूद जाइए .सरकार भी यही चाहती है,गरीब भी यही चाहते हैं और आपकी मुराद भी पूरी हो जाएगी .एक बार एन.जी ओ.बना कर तो देखीये.यदि मैं झूट बोल रहा होता तो बताइए देश में ४० लाख एन.जी ओ. कैसे और क्यों काम कर रही हैं.
एन.जी ओ.धारी बनते ही आपके पास धन की बरसात होना शुरू हो जायेगी . देसी विदेशी पुरूस्कार और सम्मान मिलेंगे .जनाब आप समाज सेवा जो कर रहे हैं. देसी-विदेशी संस्थाये आपके आँगन में अनुदान की गंगा बहायेंगी .आप इस गंगा में हर हर गंगे कहें और जीवन सफल बनाएं . नौकरी में शोहरत बटोर चुकी किरण बेदी और अरविन्द केजरीवाल यही कर रहे हैं.
समय से पूर्व नौकरी से इस्तीफा देकर दोनों ने एन.जी ओ. का गठन किया और आज समाजसेवाका भरपूर आनंद ले रहे हैं .
सड़क पर फर्राटा भरती कार में या हवाई जहाजमें बैठ कर देश की गरीबी एयर उसे दूर करने के उपाय तलाशने का अपना अलग आनन्द है. दोनों ने 'एक भूल काफी है जिन्दगी रुलाने को ' नहीं पढ़ा सो गच्चा खा गए. फक्कड़ अन्ना की टोली में शामिल होकर सरकार के सामने ताल ठोंकने लगे .
और सरकार की आँख की किरकिरी बन गए .सरकार जानती है कि एन.जी ओ. रूपी चादर में छेद कहाँ है. खैर,दोनों बहादुर हैं .अन्ना के चेले हैं.दोनों को अन्ना की बात याद है कि महान मकसद वालों को अपमान का घूंट बार बार पीना पड़ता है.
अनेक एम्.पी.-एम्.एल ए. के पास एन.जी ओ.हैं. अगला चुनाव हारें या जीते उन्हें चिंता नहीं. उनके पास एन.जी ओ. जो है और उनका भविष्य सुरक्षित है .
अब आपको और सरकार को कुछ सुझाव देना जरूरी है. आप दो एन.जी ओ. बनाएं -एक अपने नाम से और दूसरी पत्नी के नाम से . लड़की के लिए लड़का देखने जांए तो पता कर लें कि लड़के के पास एन.जी ओ. है कि नहीं. दहेज़ में एन.जी ओ.लेना दहेज़ नहीं माना जाएगा. एन.जी ओ. दहेज़ से बड़ी दुधारू गाय है. अनुदान के थन से मलाईदार दूध निकलता है .
तभी अन्ना टीम लोकपाल बिल के दायरे में एन.जी ओ .न रखने का दबाव बना रही है.
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अशोक बंसल,१७ बलदेव पूरी एक्सटेंशन ,मथुरा ,मो.---9837319969
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